Battery से क्या होता है – बैटरी का अविष्कार किसने किया, बैटरी के प्रकार

आज इस पोस्ट में हम जानेंगे की Battery Se Kya Hota Hai और Battery Ka Avishkar Kisne Kiya साथ ही जानेंगे की बैटरी में mAh क्या होता है और बैटरी कैसे बनती है.

Battery Se Kya Hota Hai और Battery Ka Avishkar Kisne Kiya

साथ ही पोस्ट में जानेंगे की बैटरी के प्रकार, बैटरी एसिड क्या है, और बैटरी एसिड कैसे बनाते है. इन सब के बारे में इस पोस्ट में हम विस्तार से जानेंगे.

Battery Kya Hai

बैटरी एक ऊर्जा संरक्षण (Energy Storage) करने का उपकरण होती है. इसे कई सारे सेल्स को जोड़कर बनाया जाता है. इन सेल्स में इलेक्ट्रो केमिकल रिएक्शन होती है जो केमिकल एनर्जी को इलेक्ट्रिकल एनर्जी में बदल देते हैं.

Battery Kise Kahate Hain

ऐसा उपकरण जिसकी मदद से केमिकल ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित किया जाता है बैटरी कहलाती है. यह एनर्जी को स्टोर करने वाले डिवाइस होता है. यह दो या दो से ज्यादा इलेक्ट्रो केमिकल सेल को मिलकर बनाई जाती है. इसमें दो इलेक्ट्रोड लगे होते हैं पहला एनोड और दूसरा कैथोड.

Battery Ka Avishkar Kisne Kiya

बैटरी का अविष्कार करने का श्रेय एलेजांद्रो वोल्टा (Alessandro Volta) और जॉन स्ट्रिंग्फेल्लो (John Stringfellow) इन दोनों को जाता है. परन्तु सबसे पहले बैटरी का अविष्कार एलेजांद्रो वोल्टा (Alessandro Volta) ने 1800 में किया था.

इनके द्वारा बनी बैटरी में दो इलेक्ट्रॉन होते थे जिसमें पहला जिंक से बना होता था और दूसरा कॉपर से. परंतु जॉन स्ट्रिंग्फेल्लो (John Stringfellow) द्वारा और भी कुशल इलेक्ट्रिक बैटरीयों का निर्माण किया गया था.

Battery Kaise Banti Hai

बैटरी दो या दो से अधिक इलेक्ट्रो केमिकल सेल को मिलाकर बनाई जाती है. प्रत्येक सेल में दो प्रकार के प्लेट कैथोड (-) और एनोड (+) मौजूद होते हैं. यह प्लेटें इलेक्ट्रॉन के फ्लोर में मददगार होती है जिसकी वजह से एनर्जी उत्पन्न होती है.

एक सेल को दूसरे सेल से रेखिक या समांतर (Series or Parallel) क्रम में जोड़कर बैटरी बनायी जाती है. इन सेलों के अंदर विद्युत रासायनिक अभिक्रिया (Electro Chemical Reaction) होती है जिसकी वजह से केमिकल एनर्जी विद्युत एनर्जी में बदल जाती है.

इन सेल में मौजूद केमिकल तब तक उर्जा उत्पन्न नहीं करते हैं जब तक कि उसमें एनोड और कैथोड़ इलेक्ट्रोड का सर्किट पूरा नहीं होता.

Battery Se Kya Hota Hai

बैटरी की मदद से आप किसी भी डिजिटल और विद्युत उपकरण को चला सकते है. दोनों तरह के डिवाइस के लिए अलग-अलग तरह की बैटरीया होती है. इसकी मदद से आप बड़ी मशीन से लेकर किसी छोटे-मोटे उपकरण को भी चला सकते है.

इन्वर्टर भी एक तरह की बैटरी होती है जिसकी मदद से घर में विद्युत उपकरण चलते है.

बैटरी एसिड क्या है

बैटरी एसिड शब्द का मतलब लेड एसिड बैटरी में पानी भरना अर्थात सल्फुरिक एसिड भरने से होता है. सल्फ्यूरिक एसिड एक जलीय इलेक्ट्रोलाइट होता है जिसका प्रयोग लेड एसिड बैटरी में पानी के रूप में किया जाता है.

बैटरी एसिड कैसे बनाएं

लेड एसिड बैटरी में डालने के लिए डिस्टिल्ड वाटर को सबसे अच्छा माना जाता है. डिस्टिल्ड वाटर बनाने के लिए आप पानी को शुद्ध और फिल्टर करके बना सकते हैं. साधारण पाने को डिस्टिल्ड वाटर में बदलने के लिए आप भाप विधि का उपयोग भी कर सकते हैं.

भाप विधि में सबसे पहले पानी को भाप में बदला जाता है और फिर उस भाप को ठंडा करके पानी में बदल दिया जाता है. इस विधि से प्राप्त पानी शुद्ध और साफ़ होता है इसमें किसी तरह की अशुद्धि नहीं होती है.

Battery Me Acid Kaise Dale
  • किसी भी बैटरी में एसिड डालने से पहले अपने हाथो पर दस्ताने पहने.
  • एसिड डालते समय  फुल बाह का कपडा पहने यदि कभी आपके हाथो पर एसिड गिर भी जाता है तो आपकी त्वचा जलने से बच जायेगी.
  • बैटरी में एसिड डालने से पहले अपनी आँखों पर चस्मा भी लगा ले, ताकि एसिड उड़ कर कही आपकी आँखों में ना जा सके.
  • अगर एसिड डालने के बाद आपके हाथो में जलन होती है तो आप इसे पानी से धों लें.

Battery Ke Prakar

बैटरी दो प्रकार की होती है :

  • प्राइमरी बैटरी या नॉन रिचार्जेबल बैटरी
  • सेकेंडरी और रिचार्जेबल बैटरी

 1. प्राइमरी बैटरी या नॉन रिचार्जेबल बैटरी : ये ऐसी बैटरी होती है जिन्हें आप केवल एक बार इस्तेमाल कर सकते हैं. एक बार इसकी पावर खत्म हो जाने के बाद इसे दोबारा रिचार्ज नहीं किया जा सकता है. इन्हे प्राइमरी बैटरी भी कहा जाता है. उदाहरण: रिमोट की बैटरी, टॉर्च की बैटरी, घड़ी की बैटरी आदि.

 2. सेकेंडरी और रिचार्जेबल बैटरी : सेकेंडरी या रिचार्जेबल बैटरी ऐसी बैटरी होती है जिसे आप कई बार रिचार्ज करके इस्तेमाल कर सकते हैं. इस प्रकार की बैटरीयों में रिचार्जिंग और डिसचार्जिंग दोनों प्रक्रिया होती है. उदाहरण: मोबाइल या अन्य किसी डिवाइस में आने वाली लिथियम आयन बैट्री, इन्वर्टर बैटरी आदि.

Battery Me Kya Hota Hai

बैटरी में कुछ एसिड होते है जैसे: सल्फ्यूरिक एसिड, नाइट्रिक एसिड, लिथियम, आयन आदि. इसके अलावा इसमें कई तरह के सेल्स भी होते है जिनमे प्रत्येक सेल्स में दो इलेक्ट्रोड एनोड और कैथोड भी लगे होते है. 

Battery – FAQs 

Battery Amal Kya Hai

बैटरी अम्ल, बैटरी में प्रयोग किया जाने वाला एसिड होता है. नॉर्मली “बैटरी अम्ल” शब्द मोटर गाड़ियों में पाई जाने वाली लीड एसिड बैट्री में इस्तेमाल होने वाले एसिड का वर्णन करता है. 

Battery Ki Khoj Kisne Ki

सबसे पहले बैटरी शब्द का इस्तेमाल बेंजामिन फ्रैंकलीन द्वारा सन 1749 में किया गया था. इस शब्द की खोज का श्रेय इन्हे जाता है और बैटरी का अविष्कार Alessandro Volta द्वारा किया गया था. 

Battery Ke Bare Mein Jankari

इस पोस्ट में हमने आपको बैटरी से जुडी कई तरह की जानकारियां जैसे बैटरी क्या है, बैटरी का अविष्कार किसने किया, बैटरी क्या होती है, बैटरी कितने प्रकार की होती है, बैटरी कैसे बनती है. यह सारी जानकारी विस्तार में दी है. आप इस पोस्ट को पढ़ सकते है.

Electric Battery Ka Avishkar Kisne Kiya Tha

इलेक्ट्रिक अर्थात विद्युत बैटरी का आविष्कार का श्रेय जॉन स्ट्रिंग्फेल्लो (John Stringfellow) को दिया जाता है. इन्होंने इलेक्ट्रिक बैटरी का निर्माण किया था.

Battery Me mAh Kya Hota Hai

बैटरी में mAh का मतलब mili-Ampere-hour होता है. यह बैटरी की एनर्जी कैपेसिटी को मापने की इकाई होती है.

Battery Me Dalne Wala Pani

बैटरी में हमेशा डिस्टिल्ड और साफ़ सुथरा पानी डाला जाता है. यह पानी फ़िल्टर होता है इसमें किसी प्रकार की इम्प्योरिटी नहीं होती है.

बैटरी का पानी कैसे बनाये

बैटरी का पानी एकदम शुद्ध और साफ होता है इसे बनाने के लिए आप पानी को अच्छे से उबाल कर उसे गरम भी कर सकते है. इसके अलावा आप वाटर प्यूरीफायर की मदद से भी पानी को साफ़ और स्वच्छ बना सकते है. बैटरी में यही फ़िल्टर और शुद्ध पानी डाला जाता है.

उम्मीद करते है आपको हमारी यह पोस्ट Battery Se Kya Hota Hai और Battery Ka Avishkar Kisne Kiya पसंद आई होगी.

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