ग्रेविटी क्या होती है – Gravity का आविष्कार किसने किया, सार्वत्रिक नियम और सूत्र

इस पोस्ट में हम जानेंगे की Gravity Kya Hoti Hai और Gravity Ka Avishkar Kisne Kiya साथ ही जानेंगे ग्रेविटी का फार्मूला और ग्रेविटी को हिंदी में क्या कहते है.

Gravity Kya Hoti Hai और Gravity Ka Avishkar Kisne Kiya

साथ ही पोस्ट में जानेंगे की ग्रेविटी कैसे काम करता है और गुरुत्वाकर्षण का सार्वत्रिक नियम एवं सूत्र लिखिए. इन सब के बारे में इस पोस्ट में विस्तार से जानेंगे.

Gravity Kya Hoti Hai

ग्रेविटी एक ऐसा बल होता है जो किसी भी वास्तु को ऊपर जाने से रोकता है. यह एक तरह का आकर्षण बल होता है जो वस्तुओ को अपनी ओर आकर्षित करता है. इसके अलावा यह विश्व के हर कण पर लगता है.

ग्रेविटी के कारण ही पेड़ से फल गिरकर निचे गिरता है, ग्रेविटी के कारण ही हम ऊपर तक नहीं जा पाते है. इसी के कारण कोई भी वस्तु नीचे की ओर गिरती है और ऊपर नहीं जा पाती.

Gravity Kise Kahate Hain

ब्रह्माण में मौजूद प्रत्येक कण में एक निश्चित द्रव्यमान होता है और प्रत्येक कण पर एक बल कार्य करता है. किसी भी दो पिंडो के बीच में एक आकर्षण बल पाया जाता है जो एक दूसरे को अपनी ओर खींचता है इस आकर्षण बल को ही गुरुत्वाकर्षण बल (ग्रेविटी फ़ोर्स) कहते है.

Gravity Ko Hindi Mein Kya Kahate Hain

ग्रेविटी को हिंदी में गुरुत्वाकर्षण बल के नाम से जाना जाता है.

Gravity Ka Avishkar Kisne Kiya

ग्रेविटी (गुरुत्वाकर्षण बल) की खोज या आविष्कार का श्रेय सर आइजैक न्यूटन को दिया जाता है क्योकि पहली बार किसी ने ग्रेविटी को लेकर कोई सूत्र बताया था जो सही भी निकला. इसलिए ग्रेविटी के आविष्कार का श्रेय सर आइजेक न्यूटन को दिया जाता है.

आपको बता दे की भारत में ग्रेविटी की खोज काफी पहले ही हो चुकी थी सन 505 के बाद वराहमिहिर द्वारा ग्रेविटी के बारे में बताया था परन्तु उन्होंने कोई सिद्धांत या नियम नहीं दिया था इसलिए इसकी खोज का श्रेय इन्हे नहीं दिया जाता है. 

सर आइजैक न्यूटन ने ग्रेविटी को लेकर यह बताया कि केवल धरती ही नहीं, बल्कि विश्व की सभी वस्तुएं एवं कण एक दूसरे को अपनी ओर खींचते हैं. उन्होंने इस नियम में बताया की किन्ही भी दो वस्तुओ और कणों के बीच में लगने वाला बल उन कणों के द्रव्यमान के गुणनफल के समानुपाती और उन दोनों कणों के बीच की दुरी के वर्ग के व्युत्क्रमानुपाती होती है.

इस तरह उन्होंने ग्रेविटी को लेकर एक सिद्धांत भी दिया और एक सूत्र भी बताया जिसकी मदद से किन्ही भी चीजों के बीच लगने वाले ग्रेविटी बल को पता किया जा सकता है.

Gravity Ka Formula

ग्रेविटी का फार्मूला इस प्रकार है :

F=G{\frac{m_1m_2}{r^2}}
Gravity Ka Formula

F = बल 

G = गुरुत्वीय नियतांक 

m1 = पहली वस्तु का भार 

m2 = दूसरी वस्तु का भार 

r = वस्तु के केन्द्रो के बीच की दुरी 

Gravity Ka Hindi Meaning

ग्रेविटी का हिंदी में मतलब गुरुत्वाकर्षण होता है यह एक ऐसा बल है जो किसी भी वस्तु को निचे की और खींचता है.

Gravity Ka Niyam

ग्रेविटी का नियम इस प्रकार है : किन्ही भी दो वस्तुओ के बीच एक आकर्षण बल कार्य करता है जो उसे अपनी और आकर्षित करता है. इस नियम के मुताबिक दो वस्तुओ का द्रव्यमान उनके गुणनफल के अनुक्रमानुपाती होता है तथा दोनों के बिच की दुरी के वर्ग का व्युत्क्रमानुपाती होता है.

दो वस्तु के द्रव्यमान m1 और m2 है और दोनों के बिच की दुरी r है और दोनों के बिच एक आकर्षण बल F काम करता है. तब न्यूटन के नियम के अनुसार उनके बीच का आकर्षण बल, F = Gm1m2/r*r होता है जिसमे G एक गुरुत्वीय नियतांक होता है. इसका मान 6.67*10-11 होता है.

गुरुत्वाकर्षण के सार्वत्रिक नियम

गुरुत्वाकर्षण के सार्वत्रिक नियम के अनुसार किन्ही भी दो पिंडो के बिच लगने वाला आकर्षण बल उन दोनों पिंडो के भार के गुणनफल के अनुक्रमानुपाती और उन पिंडो के बिच की दुरी के वर्ग का व्युत्क्रमानुपाती होता है. यही न्यूटन के गुरुत्वाकर्षण का सार्वत्रिक नियम होता है. इसका सूत्र नीचे बताया गया है :

F=G{\frac{m_1m_2}{r^2}}
गुरुत्वाकर्षण का सार्वत्रिक नियम एवं सूत्र

F = बल 

G = गुरुत्वीय नियतांक 

m1 = पहली वस्तु का भार 

m2 = दूसरी वस्तु का भार 

r = वस्तु के केन्द्रो के बीच की दुरी 

Gravity Kaise Kam Karta Hai

न्यूटन के सार्वभौमिक सिद्धांत  के अनुसार प्रत्येक वस्तु पर गुरुत्वाकर्षण बल कार्य करता है। यानी प्रत्येक चीजे एक दूसरे को अपनी और आकर्षित करती है. मैं अपने लैपटाप को और मेरा लैपटॉप मुझे आकर्षित करेगा, इसके अलावा आपके घर की दिवारे भी आपको आकर्षित करती है.

सोचने वाली बात यह है की चीजें आपको सिर्फ नीचे की ही ओर गिरती दिखाई देती हैं, एक दूसरे को खींचती हुई नहीं, इसकी भी एक वजह है. वास्तव में, प्रत्येक वस्तु दूसरी वस्तु को अपनी तरफ आकर्षित करती है लेकिन यह प्रभाव दिखाई नहीं देता है.

आपको उसी वस्तु का प्रभाव दिखाई देता है जिनका भार होता है, जिन वस्तुओं का भार कम होता है उनके प्रभाव को हम देख नहीं पाते है.

अब सवाल यह आता है कि धरती पर हर चीज निचे क्यों आ जाती है. तो इसका सीधा सा जवाब है धरती का भार, धरती का भार इतना अधिक होता है कि हमारा भार या किसी भी वस्तु का भार धरती के सामने कुछ भी नहीं है. धरती अपने से कम भार की हर वस्तु को अपनी और खींच लेती है.

Gravity – FAQs
Gravity Kya Hai

किन्ही भी दो वस्तुओ या कणो के बिच एक बल कार्य करता है और उन्हें अपनी ओर आकर्षित करता है. वस्तुओ को अपनी ओर आकर्षित करने का गुण ग्रेविटी होता है.

Gravity Ki Khoj Kisne Ki

ग्रेविटी की खोज का श्रेय सर आइजैक न्यूटन को दिया जाता है. इन्होने सबसे पहले 1660 के दशक में इस नियम को प्रतिपादित किया था.

Gravity Ki Khoj Kab Hui

ग्रेविटी की खोज सबसे पहले भारत के महान खगोलशास्त्री वराहमिहिर ने 505 से 587 के समय में की थी परन्तु उन्होंने ग्रेविटी के सिद्धांत को कोई नाम नहीं दिया था. साल 1660 में आइजेक न्यूटन ने इस सिद्धांत को बताकर इसका नाम दिया इसलिए ग्रेविटी की खोज का श्रेय न्यूटन को दिया जाता है.

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