Music का अविष्कार किसने किया- Music बनाना कैसे सीखे,Instruments Name
आज हम सीखेंगे की Music Ka Avishkar Kisne Kiya और Music Banana Kaise Sikhe. आप किसी भी भाषा में सुन सकते है कहीं भी, क्योंकि India में 75% लोग राज्य भाषा बोलते है. लेकिन जब बात Music आती हैतो लोग अपने मूड की बात करते हैं.

प्रत्येक व्यक्ति का विचार और मूड एक जैसा नहीं हो सकता और हर व्यक्ति के लिए हर तरीके का Music उपलब्ध है. Music समाज में घुल चूका हैऔर इसी से लोग आप को जानने की कोशिश करते है आप के स्टेटस, आपके रहन-सहन, आप किस तरह के व्यक्ति है. आजकल सारा कुछ म्यूजिक से लोग Assume कर लेते है. आईये Music के बारे में नीचे और इसको सही तरीके से चर्चा करते है.
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Music kya hai
संगीत की व्युत्पति “सम् गै (गाना) + कत” है मतलब ‘गै’ धातु में ‘सम’ उपसर्ग लगाने से यह शब्द बनता है. ‘गै’ का मतलब है – ‘गाना’ और सम (सं) एक अव्यय, है, जिसका व्यवहार समानता, संगति, उत्कृष्टता, निरन्तरता, औचित्य आदि को सूचित करने के लिये किया जाता है. अत: संगीत का मतलब -’उत्कृष्ट, पूर्ण तथा औचित्यपूर्ण ढ़ग से गायन’ कहा जा सकता है. पर हर किसी के लिए अलग अलग मायने है जैसे –
पश्चिम में संगीत के लिए ‘म्यूजिक’ (Music) शब्द का प्रयोग किया गया है. म्यूजिक शब्द की उत्पत्ति ग्रीक शब्द ‘Mousike’ से मानते हैं. वस्तुत: इस शब्द का मूल स्वत: म्यूज (Muse) शब्द में है. ग्रीक परम्परा में यह शब्द उन देवियों के लिए प्रयुक्त संज्ञा है, जो विभिन्न ललित कलाओं की अधिष्ठत्री मानी जाती है. यहाँ भी पहले ‘म्यूज’ संगीत कला की देवी को ही माना जाता था.
अरबी परम्परा में संगीत का समानार्थक शब्द ‘मूसीक़ी’ है. इसकी व्युत्पति ‘मूसिक़ा’ शब्द से मानी जाती है. ‘मूसिक़ा’ यूनानी भाषा में आवाज़ को कहते भारतीय संगीत की प्राचीनता, उत्पत्ति एवं काल विभाजन हैं, इसलिए-इल्मे-मूसीक़ी (संगीत-कला) ‘आवाज़ों यानी रागों का इल्म’ कहलाने लगा.
प्राचीन संस्कृत वाड़्मय में ‘संगीत’ का व्युत्पत्तिगत अर्थ ‘सम्यक गीतम’ रहा है। वराहोपनिषद् की निम्न पंक्ति से इसी अर्थ का बोध स्पष्ट होता है-‘संगीतताललयवाद्यवंश गतापि मौलिस्थकुम्भपरिक्षणधर्निटीव’।।
भातखण्डे जी के अनुसार, “गीत वाद्य तथा नृत्य.इन तीनों कलाओं का Mixup‘संगीत’ शब्द में होता है. वस्तुत: ये तीनो कलाएँ स्वतन्त्र है, किन्तु गीत प्रधान होने के कारण तीनों का समावेश ‘संगीत’ में किया जाता है.
संगीत चिन्तामणि के अनुसार, “संगीत” एक व्यापक शब्द है. गीत, वाद्य और नृत्य तीनों मिलकर संगीत कहलाते है, जिसमें गीत प्रधान तत्व है, वाद्य उसका अनुकारक है और नृत्य उपरंजक है, अर्थात् वाद्य गीत का अनुकरण करता हें और नृत्य वाद्य का। संगीत शब्द का प्राचीन पर्याय तायैत्रिक है.
संगीतसार के अनुसार, – (Music)‘संगीत’ गायन, वादन एवं नृत्य के माध्यम से वांछित भाव उत्पन्न करने वाली रचना है. वास्तव में (Music)संगीत कला स्वर, ताल और लय के सन्तुलित मिश्रण की मधुर सुरीली रचना है. जो लोगों के चित्त को एकदम आनंदित कर देती है.
संगीत रत्नाकर के अनुसार (Music)संगीत की परिभाषा निम्नानुसार है- (Music)“संगीत एक अन्विति है, जिसमें गीत, वाद्य तथा नृत्य तीनों का समावेश है. संगीत शब्द में व्यक्तिगत तथा समूहगत दोनों विधियों की अभिव्यंजना स्पष्ट है. इसी कारण व्यक्तिगत गीत, वादन एवम् नर्तन के साथ समूहवादन, समूहगान, और समूहनर्तन का समावेश इसके अन्तर्गत होता है.
डा0 शरच्चन्द्र श्रीधर परांजपे ‘ .संगीतकार-रत्नाकर’ के मत का ही समर्थन किया है.
शब्दकोश के अनुसार- विशिष्ट नियमों या फिर “मधुर ध्वनियों के अनुसार और कुछ विशिष्ट रूप से होने वाले रंजक प्रस्फुटन को (Music)संगीत कहते हैं.
इस प्रकार उपर्युक्त परिभाषाओं के आधार पर हम कहते है कि (Music)संगीत मुख्यत: नृत्य , वादन तथा गायन इन तीनों का संयोग ही (Music)‘संगीत’ कहलाता है.
Music Ka Avishkar Kisne Kiya
किसी एक व्यक्ति को हम नहीं कह सकते की ये व्यक्ति संगीत के अविष्कारक है, ऐसा करना दूसरों के साथ ज्यादती मानी जाएगी. हर व्यक्ति ने संगीत प्रति अपना पूर्ण समर्पण और त्याग दिया है जिसे झूठलाया नहीं जा सकता है संगीत बहुत ही व्यापक है, जिसमे अलग अलग व्यक्ति विशेष ने अपने संगीत के ज्ञान को हम सब में बांटा है.
जैसे कि आज के समय बहुत ही कम लोग होंगे जिन्हे Michael Jackson के बारे में न पता हो वो पॉप म्यूजिक के साधक अथवा जनक मने जाते है, तो हम कह सकते हैं कि वे म्यूज़िक कि एक विधा के अविष्कारक हुए. उसी प्रकार अलग-अलग लोगों ने अपनी विधा से लोगों का मनोरंजन और ज्ञान वर्धन भी किया है.
आपलोगों ने तानसेन के बारें में सुना ही होगा कहते है वो जब अपने वाद्य यन्त्र कि निश्चित ध्वनि से वर्षा तक का आह्वान कर देते थे, यही कारण हैं, कि हम उन्हें संगीत का सच्चा साधक या यूँ कहें तो अविष्कारक मानते है. ऐसे ही कई महान हस्तियों ने संगीत के उदय में अपने योगदान दिया है.
सही मायने में सोंचा जाये तो संगीत का असल अविष्कारक पर्यावरण को मन जा सकता है और इसका प्रमाण पर्यावरण समय समय पर देती रहती है जैसे नदियों का कल कल करना, पत्तों की झिरझिराहट, बादलों का गरजना, आदि.
सभी पहलुओं को देखते हुए हम कह सकते हैं की संगीत का प्रधान अविष्कारक या जनक हमारा अपना पर्यावरण ही है.
Music Banana Kaise Sikhe
संगीत सीखना एक आरामदायक और मजेदार शौक विकसित करने का एक अच्छा तरीका है, जो आपके दिमाग को उत्तेजित करता है. चाहे आप संगीत सिद्धांत सीखने या एक उपकरण बजाने में रुचि रखते हों, संगीत वास्तव में कहीअधिक आसान है. यदि आपने संगीत के प्रारंभिक ज्ञान सीख लिया तो फिर आपको केवल संगीत की कठिन बारीकियों का ही अभ्यास करना पड़ेगा वो भी प्रतिदिन. ऐसा करने से आप संगीत में पारंगत और नित नए आयाम को छुएंगे.
संगीत हम आपने आसपास को देखते हुए सीखते है और अपने आसपास में होने वाली घटनाओं तथा विचारों को हम संगीत में पिरो कर समाज को प्रदर्शित करते है. कहा जाता है फ़िल्में समाज का आइना होती है उसी प्रकार म्यूजिक कही न कहीं लोंगो के आचरण को प्रदर्शित करता है.
आज के समय संगीत सीखने के लिए कई सॉफ्टवेयर और ऍप बने हुए जिनकी मदद से हम संगीत सीख सकते है. इन सभी में You Tube सब से ऊपर है या आप कोई संसथान अथवा संगीत विद्यालय में जा सकते हैं, जहाँ पर आपके गुरुजन आपका मार्गदर्शन करेंगे.
Music Ka Vikar Kaise Hua
संगीत के विकार का मुख्य कारण सामान्यतः कहा जाए तो हम इसे परिवारवाद औरसंगीत के प्रति समाज की निष्ठुरता से जोड़ सकते है. जैसे- गायन के घराने , वादन , नृत्य के जो तमाम घराने प्रचलित रहे हैं, वह गुरुकुल का ही दूसरा नाम है, जिसे प्राचीन संगीत विद्यालय कहा जा सकता है. वर्तमान में भी कई घराने प्रचलित हैं. कुछ गुरुजन शिष्यों को संगीत कला सिखाने के प्रति उदार थे तो कुछ अपने परिवार के लोगों को ही संगीत सिखाते थे. ऐसी परिस्थिति में अत्यधिक प्रतिभावान शिष्यों को ही निराशा हाथ लगी और वे संगीत कला से विमुख हो गए.
राजा – महाराजों में धन की होड़ , आपसी द्वन्द्व से संगीत कला भी प्रभावित हुई, गुरुजन पलायन करने लगे और शिष्य परम्परा विखरने लगी. पराधीन देश में आजादी की मांग एवं आन्दोलन से भी संगीत कला प्रभावित हुई । जहाँ गाँधी , गोखले . मालवीय , लोकमान्य सरीखे लौह पुरुषों द्वारा आजादी हेतु सकल्प लिया गया. यही एक समय है जब संगीत का विकार अधिक तेजी से हुआ न ही समाज इसके लिए तैयार था न ही देश पे शासन करने वाले लोग और संगीत का धीरे धीरे छति होती गई.
Music Ka Hindi Meaning
Music का हिंदी मीनिंग संगीत है. संगीत; अपने भावो को प्रदर्शित करने का एक अनूठा जरिया है, इससे मन के सरे उथल पुथल को नष्ट किया जा सकता है जो स्वस्थ्य के लिए भी लाभकारी होता है.
संगीत सुव्यवस्थित ध्वनियों का मिश्रण है जो रस अथवा आनंद का उत्सर्जन करती है.
Music Ka Matlab
गायन, वादन व नृत्य तीनों के मिश्रण को संगीत माना जाता हैं. संगीत नाम इन तीनों के एक साथ व्यवहार से पड़ा है. गाना, बजाना और नाचना ये सुब इतने पुराने है जितना पुराना आदमी है.
संगीत असल का मतलब है -वह गान जिसे लोग मिलकर गाएँ, मधुर और विशिष्ट ध्वनियों में होने वाला गायन, वाद्यों के साथ गाया जाने वाला गायन, वाद्य, नृत्य और गीत का सामंजस्य या समाहार एवं नृत्य और वाद्य के साथ गाने की कला या विद्या से है.
Music Instruments Name in Hindi
वाद्य यंत्र उन्हें कहते हैं जिनके द्वारा हम तरह-तरह की ध्वनि निकालते हैं.
Music Instruments के Name
- गिटार — Guitar (गिटार)
- घंटी — Bell (बेल )
- चंग, सारंगी — Harp (हार्प)
- झाँझ, छैना, करताल — Cymbal (सिम्बल)
- डफ — Tambourine (टैम्बरीन)
- डुगडुगी—Drumlet (ड्रमलेट)
- ढोल — Drum (ड्रम)
- ढोलक — Dholak (ढोलक )
- तबला — Tabor (टेबर)
- तुरही — Clarion (क्लैरियन)
- नगाड़ा — Drum (ड्रम)
- पियानो — Piano (पियानो)
- बैंजो — Banjo (बैंजो)
- बेला — Violin (वायलिन)
- बांसुरी — Flute (फ्लूट)
- बीन — बाजा — Mouth — organ (माउथ — ऑर्गन)
- मशक बीन—Bagpipe (बैगपाइप)
- मुरचंग — Jew’s harp (ज्यू’ज़ हार्प)
- शहनाई — Clarinet (क्लैरियनेट)
- शंख — Conch (कौंच)
- सरोद — Sarod (सरोद)
- सितार — Sitar (सितार)
- सिंघा या बिगुल—Bugle (ब्यूगल)
- सीटी—Whistle (व्हिसल)
- हारमोनियम — Harmonium (होरमोनियम)
- आग का अविष्कार किसने किया – आग से होने वाले फायदे और नुक्सान
- सोने का अविष्कार किसने किया – Sona पहनने के फायदे और नुकसान
- बिजली का अविष्कार किसने किया – बजली कैसे बनती है
दोस्तों इस पोस्ट में हमने Music Ka Avishkar Kisne Kiya और Music Banana Kaise Sikhe के बारे में जान लिया है जिनके बारे में जानना हमारे लिए आवश्यक था. इसके अलावा हमने संगीत कलया है जाना और संगीत का क्या मतलब होता ये भी जाना.
यहां पर हमने World के प्रसिद्ध वाद्य यंत्रों (World’s Musical Instruments Names) के बारे में जाना है तो आपको हमारी यह जानकारी से भरी पोस्ट कैसी लगी है हमें कमेंट करके बताना बिल्कुल ना भूलें धन्यवाद
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