Migraine क्या होता है, माइग्रेन से बचने के #10 आसान उपाय, प्रकार
इस पोस्ट में हम जानेंगे Migraine Kya Hota Hai और Migraine Se Kaise Bache.
साथ ही जानेंगे माइग्रेन में क्या होता है, माइग्रेन किस विटामिन की कमी से होता है, Migraine Se Kya Hota Hai, माइग्रेन कितने प्रकार के होते हैं, माइग्रेन के नुकसान, लक्षण, उपाय इत्यादि की पूरी जानकारी विस्तार में जानेंगे.
Migraine Kya Hota Hai
माइग्रेन एक प्रकार का सिरदर्द है जो अक्सर सिर एक तरफ़ में होता है. कई सारे लोगों को इसका वजह नहीं पता होता है. ये दर्द और लक्षण कुछ घंटों से लेकर कुछ दिन तक हो सकते हैं. माइग्रेन का प्रमुख लक्षण तेज़ और Pulsatile दर्द होता है, जिसका अक्सर एक तरफ होता है.
माइग्रेन के दर्द के साथ-साथ आंखों के सामने चक्कर आना भी हो सकता है. माइग्रेन दर्द के समय अक्सर लोग चिड़चिड़े होते हैं और बात-चीत में दर्द महसूस करते हैं. माइग्रेन के दर्द के समय रोशनी और शोर से अधिक दर्द महसूस होता है. माइग्रेन में दर्द के साथ-साथ उल्टी और मलती भी हो सकती है.
Migraine Se Kaise Bache
1. नियमित दिनचार्य बनाए रखें, जैसे कि समय पर खाना, समय पर सोना, समय पर उठना इत्यादि माइग्रेन से बचने का माध्यम है.
2. आप खाने का सेवन ध्यान से करें. कुछ लोगों को, कुछ खास चीजें खाने से माइग्रेन होता है. इसलिए उन्हें अपने खाने में ध्यान देना चाहिए. जैसे कि: कैफीन, चॉकलेट, पनीर कृत्रिम स्वाद इत्यादि से बचें.
3. हाइड्रेशन: डिहाइड्रेशन भी माइग्रेन का कारण हो सकता है. इसलिए अपने शरीर को हमेशा हाइड्रेटेड रखें.
4. तनाव प्रबंधन: तनाव माइग्रेन को ट्रिगर करता है. इसकेलिए आप योग, ध्यान, प्राणायाम जैसी तकनीकों का उपयोग करके तनाव कम कर सकते हैं.
5. नींद: माइग्रेन से बचाव के लिए पर्याप्त नींद लेना मददगार होता है. प्रयास करें कि आप 7-9 घंटे की नींद जरूर लें.
6. व्यायाम: नियमित व्यायाम करना भी माइग्रेन से बचने में सहायक होता है. ध्यान रखें कि जोरदार व्यायाम भी माइग्रेन को ट्रिगर कर सकता है, इसलिए धीरे-धीरे व्यायाम करें.
7. ट्रिगर से बचाव: अपने माइग्रेन ट्रिगर्स को पहचानें और उनसे बचने की कोशिश करें. ये ट्रिगर कुछ भी Daily Life Events हो सकते हैं. जैसे कि: चमकदार रोशनी, तेज़ शोर, तेज़ गंध इत्यादि.
8. दवा: अगर आपको माइग्रेन की समस्या है, तो आप अपने डॉक्टर से सलाह से दवाइयाँ ले सकते हैं.
9. डाइट डायरी: अपने खाने पीने का रिकॉर्ड रखने से आप माइग्रेन ट्रिगर्स को पहचान सकते हैं.
10. समय पर दवा: माइग्रेन का इलाज करने के लिए समय पर दवा लेना जरूरी है.
Migraine Bimari Ke Lakshan
1. माइग्रेन का सबसे महत्वपूर्ण लक्षण है तेज सर दर्द, जो अक्सर एक तरफ होता है.
2. कुछ लोगों को माइग्रेन के आने से पहले आंखों के सामने चक्कर आता है. इसमें आंखों के सामने चक्कर आना, टेढ़ी-मेढ़ी रेखाएं, चमकती रोशनी की तरह दृश्य गड़बड़ी हो सकती है.
3. माइग्रेन के दर्द के समय रोशनी से अधिक दर्द महसूस होता है. लोग अँधेरे में आराम से रहना पसंद करते हैं.
4. Phonophobia का लक्षण होता है, जिसमें तेज आवाज से घबराहट होती है.
5. माइग्रेन के दर्द के समय कुछ लोगों को उल्टी और मतली होती है.
6. माइग्रेन के दर्द के समय अक्सर चिड़चिड़े होते हैं और बात-चीत में दर्द महसूस करते हैं.
7. माइग्रेन के दर्द के समय बदबू से अधिक परेशानी महसूस होती है.
8. माइग्रेन का दर्द थोड़े समय में बढ़ कर तेज़ हो सकता है और घण्टों या दिनों तक चलता है.
9. माइग्रेन के दर्द के समय व्यक्ति अक्सर घबराहट और चिंता महसूस करते हैं.
Migraine Kaise Thik Hota Hai
1. माइग्रेन के दर्द को कम करने के लिए दवाओं का इस्तेमाल किया जाता है. आपके डॉक्टर आपको माइग्रेन रोधी दवाइयाँ लिख सकते हैं. जैसे कि ट्रिप्टान, दर्द निवारक, मतली रोधी दवाइयाँ इत्यादि.
2. माइग्रेन के दर्द को ट्रिगर करने वाले कारणों को पहचानना जरूरी है. आप अपने माइग्रेन के ट्रिगर्स पर ध्यान दे सकते हैं और उनसे बचने का प्रयास कर सकते हैं, जैसे कि बदबुओं, धूप, तनव, या कुछ विशिष्ट खाद्य पदार्थ.
3. कुछ लोगों के लिए कुछ विशेष आहार माइग्रेन को कम करने में मददगार होते हैं. यदि आपको लगता है कि कोई विशिष्ट खाद्य पदार्थ आपके माइग्रेन को ट्रिगर करता है, तो आप उन्हें अपने आहार से निकाल सकते हैं.
4. तनाव माइग्रेन का एक बड़ा कारण हो सकता है. तनाव को कम करने और आराम करने की तकनीक जैसे कि योग और ध्यान का इस्तेमाल करके आप माइग्रेन के दर्द को कम कर सकते हैं.
5. अच्छी नींद और आराम माइग्रेन के दर्द पर काम करने में मददगार हो सकते हैं. आप दिन में 7-8 घंटे की नींद लें और अपने दर्द के समय आराम से लें.
6. डिहाइड्रेशन भी माइग्रेन का कारण हो सकता है, इसलिए पानी पीने का समय पर ध्यान रखें और डिहाइड्रेशन से बचने के लिए पानी का सेवन करें.
7. नियमित व्यायाम करने से एंडोर्फिन रिलीज होता है जो दर्द को कम करता है. लेकिन ध्यान रखें कि व्यायाम को धीरे-धीरे शुरू करें और अधिक परिश्रम से बचें.
Migraine Me Kya Nahi Khana Chahiye
1. कैफीन | 6. Preservatives and Artificial Flavorings |
2. चॉकलेट | 7. Nitrate and Nitrite |
3. शराब | 8. Fast Food और Junk Food |
4. Tyramine-Containing खाद्य पदार्थ | 9. खट्टे फल |
5. Ajino Moto | 10. उपवास या भोजन के बीच लंबा अंतराल |
Migraine Me Kya Khana Chahiye
1. Hydrate रहें
2. Magnesium युक्त खाद्य पदार्थ
3. Riboflavin (विटामिन बी2)
4. प्रोटीन युक्त आहार
5. घर पर खाना बनाएं
सिरदर्द, उलटी, पेट दर्द, मूड स्विंग, पसीना आना, भूख न लगना, आँखों से कम दिखना आदि.
गर्दन दर्द, पेट दर्द, आँखों के निचे काले धब्बे होना, आँखों से ठीक से ना दिखना, चिड़चिड़ापन, नींद ना आ पाना, भूख में कमी, अत्यधिक तेज सिरदर्द आदि.
माइग्रेन में हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक, मैथी, भिंडी, गिलकी, करेला आदि, कई तरह के फल जैसे अनार, केला, लीची, गाजर, सेवफल आदि, सोयाबीन, Beans, फलिया, फूल गोभी आदि चीजों का सेवन करना चाहिए.
पर्याप्त मात्रा में पानी पीना, भरपूर नींद लेना, तनाव न लेना, खान-पान और रोजमर्रा की दिनचर्या में बदलाव करना, नियमित योग और कसरत करना, फल एवं हरी पत्तेदार सब्जियां खाना आदि.
माइग्रेन की समस्यां से ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है, इसके अलावा स्वास्थ्य से जुडी परेशानिया होना,आँखों की रौशनी कम होना या खराब होना जैसी गंभीर और घातक समस्यां होने का खतरा भी बढ़ जाता है.
माइग्रेन की कई तरह की दवाई होती है. जिनमे से एमोविग (aimovig) एक है. साथ ही एर्गोटेमाइन, डीहाईड्रोएरगोटामाइन, सुमाट्रिप्टान, माइग्रेनेक्स 10 आदि भी माइग्रेन की समस्यां की दवाएं है.
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