Platelets कम होने से क्या होता है, प्लेटलेट्स कम होने के #9 कारण

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इस पोस्ट में हम जानेंगे Platelets Kam Hone Se Kya Hota Hai और Platelets Kam Hone Ke Karan.

साथ ही जानेंगे प्लेटलेट्स क्यों कम होता है, प्लेटलेट्स की कमी के लक्षण, प्लेटलेट्स की कमी से रोग, प्रेगनेंसी में प्लेटलेट्स कैसे बढ़ाएं इत्यादि की पूरी जानकारी विस्तार में जानेंगे.

Platelets Kam Hone Se Kya Hota Hai

1. कुछ वायरल संक्रमण, जैसे कि: डेंगू बुखार, चिकनगुनिया इत्यादि में प्लेटलेट काउंट कम होता है.

2. कुछ जीवाणु संक्रमण भी प्लेटलेट काउंट को कम करते हैं. ये संक्रमण शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होने के कारण होते हैं.

3. कुछ Autoimmune रोग, जैसे कि Idiopathic Thrombocytopenic (ITP), Platelets इत्यादि से शरीर में Platelets कम होते हैं.

4. शरीर में Platelets कम होने पर Aplastic Anemia, Bone Marrow में कमी इत्यादि जैसी समस्याएं होती हैं.

5. कुछ दवाएं, जैसी कीमोथेरेपी दवाएं, प्लेटलेट काउंट पर कम करती हैं.

6. कैंसर के इलाज के लिए कीमोथेरेपी और रेडिएशन थेरेपी में भी प्लेटलेट काउंट कम करता है.

7. कुछ रक्त सम्बंधित समस्याएँ, जैसे कि ल्यूकेमिया, प्लेटलेट्स को प्रभावित करती हैं.

Platelet Kam Hone Ke Karan

1. चिकित्सा स्थितियाँ: कुछ चिकित्सा स्थितियाँ, जैसे कि:

– थ्रोम्बोसाइटोपेनिया: ये स्थिति खुद प्लेटलेट काउंट कम होने का करण होती है.

– लिवर रोग: लिवर के रोग जैसे सिरोसिस, हेपेटाइटिस, लिवर फेल्योर भी प्लेटलेट काउंट को कम करते हैं.

– किडनी रोग: किडनी में प्लेटलेट काउंट का प्रभाव पड़ता है.

2. संक्रमण: कुछ संक्रमण, जैसे डेंगू बुखार, एचआईवी/एड्स, मलेरिया, सेप्सिस इत्यादि प्लेटलेट काउंट को कम करते हैं.

3. दवाइयां: कुछ दवाएं प्लेटलेट काउंट कम करती हैं, जैसी कि: Chemotherapy दवाएं, सल्फा-आधारित Antibiotics, Heparin, Anticonvulsants इत्यादि.

4. ऑटोइम्यून विकार: Autoimmune रोग, जैसे कि Systemic Lupus Erythematosus (SLE), Rheumatoid Arthritis, Sjogren’s Syndrome इत्यादि प्लेटलेट को नष्ट करते हैं.

5. आनुवंशिक कारक: कभी-कभी Thrombocytopenia एक व्यक्ति के Genes से जुड़ा होता है और परिवार के सभी लोगों में ये सामान रूप से मिलता है.

6. शराब का दुरुपयोग: बड़ी मात्रा में शराब पीना लिवर को नुकसान पहुंचाता है.

7. गर्भावस्था: कुछ महिलाएँ गर्भावस्था के दौरान भी Thrombocytopenia से गुज़रती हैं. अक्सर गर्भावस्था के बाद स्वाभाविक रूप से ठीक होता है.

8. अस्थि मज्जा विकार: अस्थि मज्जा के विकार, जैसे कि Myelodysplastic Syndrome (MDS) या Aplastic Anemia, भी प्लेटलेट काउंट कम करते हैं.

9. कीमोथेरेपी: Cancer के इलाज के दौरान Chemotherapy से प्लेटलेट काउंट कम हो जाता है.

Platelets Kam Hone Ke Lakshan

1. शरीर के अलग-अलग हिस्सों पर छोटे-छोटे लाल दाने दिखते हैं. ये दाने अक्सर त्वचा पर दिखाई देते हैं.

2. मसूड़ों से खून आने लगता है.

3. Platelets कम होने पर Thrombocytopenia के रोगियों में नाक से बिना किसी कारण के खून बहना आम हो जाता है.

4. प्लेटलेट्स की कमी से चोट या दबाव लगने पर शरीर पर नीलापन या भूरा होने लगता है.

5. महिलाएं जिनमें Platelets कम होते हैं, उनको Periods में अधिक खून आने लगते हैं.

6. थ्रोम्बोसाइटोपेनिया के रोगियों में अक्सर थकान महसूस होती है.

7. प्लेटलेट्स की कमी से मूत्र या मल त्याग के समय खून आने लगता है.

8. Platelets कम होने पर अक्सर सर दर्द होने लगता है.

9. प्लेटलेट्स की कमी में शरीर की तिल्ली बड़ी होने लगती है.

10. प्लेटलेट्स की कमी होने पर शरीर आसानी से नीला होने लगता है.

11. कम प्लेटलेट्स के कारण प्रतिरक्षा प्रणाली कम हो जाती है, जिससे संक्रमण बढ़ने लगता है.

Platelets Kam Karne Ke Upay

1. प्लेटलेट काउंट कम होने के कारण पहचान और उपचार के लिए अपने डॉक्टर या हेमटोलॉजिस्ट (रक्तको प्रबंधक) से सलाह लेना महत्वपूर्ण है. वे सही उपचार की सलाह देंगे.

2. आपको स्वस्थ आहार का सेवन करना चाहिए. आपको विटामिन K से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करने से बचना चाहिए, क्योंकि विटामिन K शरीर में खून जमने में मददगार होता है. इसमें हरी पत्ता, ब्रोकोली, पालक, और मूली शामिल हैं.

3. अधिक पानी पीने से शरीर हाइड्रेटेड रहता है, जिससे प्लेटलेट उत्पादन और सिरकुलेशन में सुधार हो सकता है.

4. पपीता प्लेटलेट काउंट बढ़ाने में मददगार हो सकता है. इसमें पपैन नामक एंजाइम होता है जो प्लेटलेट उत्पादन को बढ़ा सकता है.

5. विटामिन सी से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन भी प्लेटलेट काउंट को बढ़ाने में मददगार हो सकता है. इसमें खट्टे फल जैसे कि नारंगी, मौसम्बी और आंवला शामिल हैं.

6. लहसुन में प्लेटलेट प्रोडक्शन को बढ़ाने का कम होता है. आप लहसुन को स्वाभाविक रूप से अपने आहार में शामिल कर सकते हैं.

7. गिलोय एक प्राकृतिक इम्युनोमोड्यूलेटर है, जो शरीर के रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है. प्लेटलेट काउंट बढ़ाने के लिए गिलोय का रस पी सकते हैं.

8. तनाव को कम करने के लिए योग, ध्यान और प्राणायाम का अभ्यास करें. तनाव शरीर के व्यवस्थित कार्यों को प्रभावित कर सकता है.

9. शराब पीना और धूम्रपान करना प्लेटलेट काउंट को कम कर सकता है. इन दोनो को रोकना फ़ायदेमंद हो सकता है.

10. कुछ मामलों में, डॉक्टर प्लेटलेट काउंट बढ़ाने के लिए दवाइयाँ का इस्तमाल भी सुझाते हैं.

Platelet Count Kam Kyu Hota Hai

1. संक्रमण: कुछ संक्रमण के कारण शरीर में प्लेटलेट खराब होने लगते हैं.

2. Bone Marrow Disorders: अस्थि मज्जा एक जगह होती है जहां से शरीर में रक्तकोशिकाएं (प्लेटलेट्स) बनती हैं. कुछ रोगों के कारण प्लेटलेट काउंट कम होता है.

3. ऑटोइम्यून विकार: कुछ ऑटोइम्यून रोगों के कारण प्लेटलेट्स खराब होते हैं और उनमें कमी होती है.

4. दवाइयां: कुछ दवाएं, जैसी कीमोथेरेपी दवाएं, एंटीकोआगुलंट्स, और एंटीबायोटिक्स, प्लेटलेट काउंट पर कम कर सकती हैं.

5. कैंसर: कुछ कैंसर के रोगियों में भी प्लेटलेट काउंट कम हो सकता है, खास तौर पर अगर कैंसर हो तो बोन मैरो को प्रभावित किया जाता है.

6. शराब का दुरुपयोग: शराब का सेवन भी प्लेटलेट काउंट को कम करता है. ये अस्थि मज्जा को प्रभावित करता है.

7. हेपरिन-प्रेरित थ्रोम्बोसाइटोपेनिया: कुछ व्यक्तियों को हेपरिन नामक रक्त पतला करने वाली दवा, उनके प्लेटलेट काउंट को कम कर देती है.

8. विटामिन की कमी: कुछ मामलों में विटामिन बी12 या फोलिक एसिड की कमी के साथ-साथ प्लेटलेट काउंट कम हो जाता है.

9. आनुवंशिक कारक: कभी-कभी पारिवारिक कारक भी प्लेटलेट काउंट को प्रभावित करते हैं.

10. गर्भावस्था: कुछ महिलाएं गर्भाधान के दौरान प्लेटलेट काउंट कम कर सकती हैं, जो जेस्टेशनल थ्रोम्बोसाइटोपेनिया के रूप में जाना जाता है.

Platelets Kam Hone Par Kya Khaye

1. पपीता प्लेटलेट काउंट को बढ़ाने में मददगार होता है.

2. विटामिन सी प्लेटलेट उत्पादन बढ़ाने में मददगार होता है. इसलिए खट्टे फल जैसे कि नारंगी, मौसमी, आंवला, स्ट्रॉबेरी इत्यादि का सेवन करें.

3. हरी सब्जी जैसी कि पालक, मेथी, काले पत्ते विटामिन K का अच्छा स्रोत हैं.

4. चुकंदर, शारीरिक Iron का एक अच्छा स्रोत है, जो शरीर में हीमोग्लोबिन और प्लेटलेट उत्पादन को बढ़ाने में सहायक होता है.

5. अनार में प्लेटलेट काउंट बढ़ाने के महत्वपूर्ण पोषक तत्व होते हैं. इसका रस पियें एवं बीज का सेवन करें.

6. अदरक के रस का सेवन भी प्लेटलेट उत्पादन को बढ़ाने में मददगार होता है.

7. मास और मछली जैसे लीन प्रोटीन स्रोत भी प्लेटलेट उत्पादन बढ़ाने में सहायक होते हैं.

8. अखरोट, बादाम जैसे Nuts और बीज प्लेटलेट काउंट को बढ़ाने में मदद करते हैं.

9. तुलसी का पत्ता एक प्राकृतिक तरीके से प्लेटलेट काउंट बढ़ाने में सहायक होता है.

10. पूरे अनाज जैसे कि ब्राउन चावल, साबुत गेहूं, Oats इत्यादि शरीर को पोषक तत्व प्रदान करते हैं और प्लेटलेट उत्पादन बढ़ाने में मददगार होते हैं.

Pregnancy Me Platelets Kam Hone Ka Karan

1. गर्भावस्था के दौरान, कुछ महिलाओं में प्लेटलेट काउंट कम हो जाता है.

2. प्रीक्लेम्पसिया के कारण प्लेटलेट काउंट कम हो सकता है.

3. हेल्प सिंड्रोम एक गंभीर गर्भावस्था जटिलता है. इसमें लीवर और प्लेटलेट्स पर असर होता है.

4. ऑटोइम्यून विकार के कारण प्लेटलेट्स बर्बाद हो जाते हैं.

5. कुछ मामलों में, गर्भावस्था के दौरान ली जा रही दवाइयाँ से भी प्लेटलेट काउंट पर कम होते हैं.

6. कुछ संक्रमण, जैसे कि डेंगू बुखार, मलेरिया बुखार, वायरल संक्रमण में भी प्लेटलेट काउंट कम होते हैं.

7. आकर्षण या विटामिन बी12 की कमी से भी प्लेटलेट काउंट को प्रभावित होते हैं.

Platelets Ghatane Ke Karan

प्लेटलेस्ट घटने या कम होने के कारण इस पोस्ट में विस्तार के साथ बताया गया है. इस पोस्ट को पूरा पढ़ने से आप साड़ी जानकरी प्राप्त कर सकते है.

Platelets Ki Kami Ka Ilaj

नारियल पानी, Kiwi, गाजर, बकरी का दूध, अनार, पालक, गिलोय का जूस, दही, आंवला, लहसुन, पपीता आदि का सेवन Platelets की कमी को दूर करता है.

Platelets Badhane Ke Gharelu Upchar

आंवला, किशमिश, गाजर, पालक, चुकंदर, अंडे, Vitamin C युक्त भोजन, Zinc, गिलोय, नारियल पानी आदि जैसे घरेलू उपाय की मदद से Platelets को बढ़ाया जा सकता है.

Platelets Badhane Ke Liye Injection

शरीर में Platelets कम होने की Situation में डॉक्टर मरीज को Glucose, Antibiotic और एसिडिटी के Injection लगा देते है.

उम्मीद करते हैं आपको हमारी पोस्ट Platelets Kam Hone Se Kya Hota Hai और Platelet Kam Hone Ke Karan पसंद आई होगी.

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