Hindi का आविष्कार किसने किया, हिंदी की खोज किसने की
आज हम जानेंगे Hindi Ka Avishkar Kisne Kiya और Hindi Bhasha Ki Khoj Kisne Ki.
साथ ही जानेंगे हिंदी भाषा कहाँ से उत्पन्न हुई, यह भाषा किन भाषाओँ से मिलकर बनी है, इस भाषा में कितने शब्द हैं, इसे बोलना कैसे सीख सकते हैं इत्यादि की पूरी जानकारी विस्तार में जानेंगे.
Hindi Ka Avishkar Kisne Kiya
हिंदी का अविष्कार भारतीय विद्वान और भाषा विशेषज्ञ श्री भागवतीचरण वर्मा जी ने किया था. उन्होंने 19वीं शताब्दी के मध्य में हिंदी को संस्कृत से सरल बनाते हुए नगरी प्रचारिणी सभा की स्थापना की थी. उन्होंने भाषा की सरलता को बनाए रखने के लिए वर्णमाला और शब्दमाला की रचना थी. इससे हिंदी सरल, शुद्ध, गूढ़ स्वरूप और आधुनिक जाना जाता है.
Hindi Bhasha Ki Khoj Kisne Ki
Hindi भाषा की खोज किसी ने नहीं की थी. इसकी उत्पत्ति Indo-European भाषा से हुई है. भारत में सबसे अधिक संस्कृत भाषा चलती थी. उसके बाद Indo-European लोगों की वजह से भारत में कई भाषाएं आई. इन भाषाओं में से एक हिंदी भी है. जब इस भाषा की कई सारे राज्यों में अपनाया गया तब इसे भारत की मातृभाषा घोषित कर दिया गया.
आज हमारे देश के लोग हिंदी भाषा का उपयोग आम बोलचाल में करते हैं.
Hindi Bhasha Ki Utpatti Kaise Hui
हिंदी भाषा की उत्पत्ति एक दीर्घकालिक और संयत्र विकास के परिणामस्वरूप हुई है. इसमें विभिन्न कारकों का संयोजन है. हिंदी भाषा की उत्पत्ति में कई विचार और मत हैं लेकिन उसका मुख्य विकास संस्कृत भाषा से माना जाता है.
हिन्दी शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम किस भाषा की रचना में हुआ
हिन्दी शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम संस्कृत भाषा की रचनाओं में हुआ था. संस्कृत भाषा ने हिन्दी और अन्य भाषाओं के विकास में महत्वपूर्ण योगदान किया है. हिन्दी शब्दों का उल्लेख विभिन्न प्राचीन संस्कृति और साहित्यों में पाया जाता है.
Hindi Bhasha Ke Janak Kaun Hai
हिंदी भाषा के जनक महाकवि सूरदास जी को माना जाता है. सूरदास जी भक्तिकालीन कवि थे और उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण के लीलाओं को अपनी कविताओं में बयां किया था. उनकी रचनाएँ हिंदी भाषा के विकास में महत्वपूर्ण योगदान मानी जाती हैं.
Hindi Bhasha Ki Lipi Kaun Si Hai
हिंदी भाषा की लिपि देवनागरी है. देवनागरी लिपि का उपयोग हिंदी- संस्कृत जैसी भाषाओं को लिखने के लिए किया जाता है. यह लिपि वर्णमाला, स्वर, व्यंजन, अक्षर और अंकों को दर्शाती हैं हिंदी भाषा के विभिन्न शैलियों में लिखने की सुविधा प्रदान करती है.
हिन्दी का आविष्कार किसी व्यक्ति विशेष ने नहीं किया है हिन्दी भाषा संस्कृत भाषा से ही उत्पन्न हुई है.
हिन्दी भाषा संस्कृत भाषा के अन्य आधुनिक भाषओं से मिलने से बनी है.
हिन्दी भाषा बोलने के लिए आपको किसी हिन्दी बोलने वाले मित्र के साथ अभ्यास करना चाहिए.
हिन्दी भाषा की लिपि को देवनागरी लिपि कहा जाता है हिन्दी भाषा को लिखने के लिए देवनागरी लिपि के 52 अक्षरों की जरुरत होती है यह 52 अक्षरों में 14 स्वर और 38 व्यंजन होते है.
हिन्दी भाषा की यह विशेषता है कि इसमें हर सम्बन्ध के लिए अलग शब्द है और निर्जीव वस्तुओ के लिए भी लिंग का निर्धारण किया हुआ है.
हिंदी की लिपि देवनागरी है. हिंदी भाषा को देवनागरी लिपि में लिखा जाता है.
हिंदी भाषा में कुल 52 वर्ण होते हैं, जिनमे से 11 स्वर तथा 41 व्यंजन होते है.
हिंदी भाषा में कुल 41 व्यंजन होते हैं और इसमें 11 स्वर भी होते हैं.
हिंदी भाषा भारत की राजभाषा है राष्ट्रभाषा नहीं. भारत की कोई राष्ट्रभाषा नहीं है. राजभाषा का मतलब होता है राज्य के कामों के लिए इस्तेमाल की जाने वाली भाषा.
हिंदी भाषा सिखने के लिए शुरुवात अनार-आम से की जाती है. हिंदी भाषा सिखाने के लिए भी कई तरह के इंस्टिट्यूट बाजार में उपलब्ध है जिनकी मदद से आप हिंदी भाषा सीख सकते हैं.
हिंदी भाषा का उदय आज से हजारो वर्ष पूर्व माना जाता है.
हिंदी एक तरह की भाषा है जो अधिकतर हिंदुस्तान में बोली जाती है.
उम्मीद करते हैं आपको हमारी पोस्ट Hindi Ka Avishkar Kisne Kiya और Hindi Bhasha Ki Khoj Kisne Ki पसंद आई होगी.
अगर आपको हमारा यह Article पसंद आया तो इसे ज्यादा से ज्यादा लोगों के साथ शेयर करें और अगर इस Article से जुड़ा कोई सवाल हो तो उसे नीचे दिए Comment Box में पूछ सकते हैं.
Questions Answered: (0)