Gravity की खोज किसने की, ग्रेविटी के नियम, Meaning in Hindi
इस पोस्ट में हम जानेंगे Gravity Ki Khoj Kisne Ki और Gravity Ko Hindi Mein Kya Kahate Hain साथ ही जानेंगे ग्रेविटी का फार्मूला और ग्रेविटी को हिंदी में क्या कहते है.
साथ ही पोस्ट में जानेंगे की ग्रेविटी कैसे काम करता है और गुरुत्वाकर्षण का सार्वत्रिक नियम एवं सूत्र लिखिए. इन सब के बारे में इस पोस्ट में विस्तार से जानेंगे.
Gravity Ki Khoj Kisne Ki
गुरुत्वाकर्षण के बारे में पहली बार Isaac Newton द्वारा की गई थी. उन्होंने गुरुत्वाकर्षण सिद्धांत का प्रतिपादन किया. न्यूटन के सिद्धान्त को बाद में अलबर्ट आइंस्टाइन द्वारा सापेक्षता सिद्धांत से बदला गया.
Gravity Ko Hindi Mein Kya Kahate Hain
Gravity को Hindi में गुरुत्वाकर्षण कहा जाता है.
Gravity Kya Hoti Hai
1. न्यूटन का विश्व गुरुत्वाकर्षण का नियम: आइज़ेक न्यूटन ने 17वीं सदी में गुरुत्वाकर्षण के बारे में प्रथमिक नियम दिए. उनके इस नियम के अनुसार, हर दो वस्तुओं के बीच में एक आकर्षण बल होता है, जो वस्तुओं के भौगोलिक दृष्टि से उनके मासों और उनके बीच की दूरी पर निर्भर करता है.
2. गुरुत्व (Gravity): पृथ्वी के केंद्र की ओर की दिशा में एक केंद्रीय बिंदु होता है, जिसे पृथ्वी का केंद्रीय बिंदु कहा जाता है. सभी वस्तुएँ पृथ्वी के इस बिंदु की ओर गिरती हैं क्योंकि उन पर पृथ्वी के केंद्रीय बिंदु की ओर एक गुरुत्वाकर्षण बल लगता है.
3. गुरुत्वाकर्षण बल (Gravity Force): गुरुत्वाकर्षण का प्रभाव हमारे पृथ्वी पर चलने वाले सभी वस्तुओं पर पड़ता है. इस बल के कारण ही हम पृथ्वी पर खड़े रहते हैं और वस्तुएँ को नीचे गिरता देखते हैं.
4. वस्तुओं का भार (Weight): गुरुत्वाकर्षण बल का प्रभाव हमारे भार (वेट) पर होता है. हर वस्तु पर लगने वाला गुरुत्वाकर्षण उस वस्तु का भार पृथ्वी पर नीचे खींच देता है.
5. खगोलशास्त्र में महत्वपूर्ण (Importance in Astronomy): गुरुत्वाकर्षण हमारे सौर मण्डल में ग्रहों और तारों के गति पर भी प्रभाव डालता है. इसके कारण ही ग्रहों और तारों को उनकी आकृति में स्थिरता देने में मदद मिलती है और उनकी प्राकृतिक गति को नियंत्रित करने में मदद करती है.
6. अंतरिक्ष यात्री के लिए: जब कोई व्यक्ति अंतरिक्ष में या चंद्रमा पर जाता है, तो वहां पर भी गुरुत्वाकर्षण के अभाव के कारण उसे विकसित होने वाले समस्याओं का सामना करना पड़ता है. इसके लिए अंतरिक्ष यात्री को विकसित होने वाले समस्याओं का समाधान ढूंढ़ना पड़ता है.
Gravity Kaise Kam Karta Hai
न्यूटन के सार्वभौमिक सिद्धांत के अनुसार प्रत्येक वस्तु पर गुरुत्वाकर्षण बल कार्य करता है। यानी प्रत्येक चीजे एक दूसरे को अपनी और आकर्षित करती है. मैं अपने लैपटाप को और मेरा लैपटॉप मुझे आकर्षित करेगा, इसके अलावा आपके घर की दिवारे भी आपको आकर्षित करती है.
सोचने वाली बात यह है की चीजें आपको सिर्फ नीचे की ही ओर गिरती दिखाई देती हैं, एक दूसरे को खींचती हुई नहीं, इसकी भी एक वजह है. वास्तव में, प्रत्येक वस्तु दूसरी वस्तु को अपनी तरफ आकर्षित करती है लेकिन यह प्रभाव दिखाई नहीं देता है. आपको उसी वस्तु का प्रभाव दिखाई देता है जिनका भार होता है, जिन वस्तुओं का भार कम होता है उनके प्रभाव को हम देख नहीं पाते है.
अब सवाल यह आता है कि धरती पर हर चीज निचे क्यों आ जाती है. तो इसका सीधा सा जवाब है धरती का भार, धरती का भार इतना अधिक होता है कि हमारा भार या किसी भी वस्तु का भार धरती के सामने कुछ भी नहीं है. धरती अपने से कम भार की हर वस्तु को अपनी और खींच लेती है.
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किन्ही भी दो वस्तुओ या कणो के बिच एक बल कार्य करता है और उन्हें अपनी ओर आकर्षित करता है. वस्तुओ को अपनी ओर आकर्षित करने का गुण ग्रेविटी होता है.
ग्रेविटी की खोज का श्रेय सर आइजैक न्यूटन को दिया जाता है. इन्होने सबसे पहले 1660 के दशक में इस नियम को प्रतिपादित किया था.
Gravity की खोज सबसे पहले भारत के महान खगोल शास्त्री वराह मिहिर ने 505 से 587 के समय में की थी, परन्तु उन्होंने Gravity के सिद्धांत को कोई नाम नहीं दिया था.
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